आज के लेख में हम उन पांच मुख्य स्टॉक मार्केट की गलतियां ( जो लोग करते हैं ) के संदर्भ में विस्तार से चर्चा करेंगे, जो सामान्य व्यक्ति अज्ञानता के कारण करता है। इस अज्ञानता के कारण आप अपनी को गवा देते हैं। आप इस लेख के माध्यम से अपनी गलतियों को सुधार कर सकेंगे।
स्टॉक मार्केट एक ऐसा कुआं है जो पूरे दुनिया की प्यास बुझा सकता है।
जी हां यह कोई डायलॉग या उपहास नहीं है। हाल के सर्वे में स्पष्ट हुआ है कि भारत की जीडीपी से 100% अधिक पूंजी स्टॉक मार्केट में जमा है। लॉकडाउन के बाद इस सेक्टर में करोड़ों की मात्रा में लोग शामिल हो गए हैं यह रिटेलर अर्थात सामान्य व्यक्ति हैं।
5 मुख्य स्टॉक मार्केट की गलतियां जिनसे आपको बचना चाहिए
2021 के प्रत्येक महीने में रिकॉर्ड स्तर पर डिमैट अकाउंट खोले गए हैं। डिमैट अकाउंट स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग का अकाउंट होता है जिसके माध्यम से स्टॉक मार्केट के शेयर, म्युचुअल फंड आदि को खरीदा-बेचा जाता है। करोड़ों की संख्या में शामिल हुए लोगों ने 2020 में गिरी हुई 40.000 अंक की मार्केट को कुछ ही दिनों में रिकॉर्ड स्तर पर ला कर बैठा दिया है। आज दिन-प्रतिदिन स्टॉक मार्केट अपने खुद के रिकॉर्ड तोड़ रही है।
इस कारनामे को देखकर बड़े-बड़े स्टॉक मार्केट के चाणक्य हैरान है।
आज उन्हें अपने सभी ज्ञान और सफल होते दिख रहे हैं। इस कारण वह हल्के में यह कह कर निकल जाते हैं यह कुछ देर की मार्केट है, जबकि ऐसा नहीं है। मार्केट 2020 से निरंतर रिकॉर्ड स्तर पर बना हुआ है। स्टॉक मार्केट में जहां अथाह पैसे कमाने की संभावना है, वहीं अज्ञानता वश कुछ लोग अपनी पूंजी को डूबा बैठते हैं। हमने विगत कुछ वर्षों में सुना भी होगा शेयर मार्केट में नुकसान के कारण कुछ लोगों ने सुसाइड कर लिया। यह अज्ञानता और अतिउत्साह का नतीजा है।
जिसके कारण लोग अपनी पूंजी को गंवा बैठते हैं।
स्टॉक मार्केट में अगर कोई अपनी पूंजी लगाता है तो कोई पूंजी गवाता है।
जो अनुभव और ज्ञान के आधार पर पूंजी निवेश करते हैं, वह निश्चित रूप से कमाते हैं। किंतु जो जुआ खेलने के उद्देश्य से इसमें शामिल होते हैं वह अपनी पूंजी को गवा देते हैं। अगर आप स्टॉक मार्केट में नए है, और आपको स्टॉक मार्केट के विषय में अधिक जानकारी नहीं है तो आप निम्नलिखित 5 गलतियों को सुधारे जिससे आपकी पूंजी डूबने से बच सकती है।
1. देर से इन्वेस्ट करना
लोगों की सबसे बड़ी गलती यह होती है कि वह काफी देर से डिमैट अकाउंट खुलवाते हैं। अर्थात स्टॉक मार्केट में बहुत देर होने पर आते हैं। अगर आप अपने 18 साल की आयु में इस मार्केट में शामिल हो जाते तो आप निश्चित रूप से अनुभवी होते और अधिक पैसे कमा सकते थे। इन्वेस्टमेंट जितनी जल्दी और अधिक समय के लिए की जाए उतनी ही फायदेमंद होती है। एक साल में करोड़ों रुपए का फर्क आ जाता है। म्यूच्यूअल फंड या मार्केट की स्थिति बदलने पर गुणात्मक रूप से प्रतिशत का लाभ होता है, जो कंपाउंडिंग अमाउंट (चक्रवृद्धि ब्याज) के कारण आपको गुणात्मक लाभ देता है।
पाश्चात्य विद्वान चक्रवृद्धि को विश्व का आठवां अजूबा मानते हैं।
आपको अधिक देरी न करते हुए 18 वर्ष पूर्ण होने के उपरांत अपना डीमेट अकाउंट अवश्य खुलवाना चाहिए। यह अकाउंट ऑनलाइन 5 मिनट के भीतर खोला जा सकता है। आज ऑनलाइन अनेकों एप्लीकेशन या वेबसाइट है जहां आप डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं। शेयर मार्केट में शामिल होकर आप स्वयं अपनी पूंजी को लगा सकते हैं। ऑनलाइन डिमैट अकाउंट कहां खुलवाएं इसको लेकर पहले अध्ययन करें। बाजार में जीरोधा, अपस्टॉक, ग्रो एप, एंजल ब्रोकर जैसे प्रचलित वेबसाइट और एप्लीकेशन है।
2. शेयर खरीदते समय सस्ते शेयर की तरफ आकर्षित होना ( स्टॉक मार्केट की गलतियां )
अधिकतर लोग यह मानते हैं कि वह सस्ते शेयर खरीदे।
आपने अनुभव किया होगा जो नामी कंपनी है, या जिन उत्पादों का आप अपने जीवन में उपयोग करते हैं वह कंपनी के शेयर काफी महंगे होते हैं। जो आप की पहुंच से बाहर होते हैं। एम.आर.एफ (MRF), बॉस (BOUSS), एशियन पेंट जैसे उत्पादों से आप भली-भांति परिचित होंगे, यहां तक कि रिलायंस कंपनी को भी आप जानते होंगे। इन सभी कंपनियों के शेयर काफी महंगे हैं। नए लोग शेयर खरीदने में असमर्थ होते हैं। ऐसे में वह बिना सोचे समझे सस्ते शेयर खरीद लेते हैं। उन शेयर को जिन कंपनियों के विषय में वह नहीं जानते हैं।
यहां आप सबसे बड़ी गलती कर देते हैं।
सस्ते शेयर खरीदना कोई बुरी बात नहीं है, किंतु कंपनी का अध्ययन करना अति आवश्यक है।
उस कंपनी पर कितना कर्जा है? वह कितना मुनाफा कमाती है?
डिविडेंड, पी.ई. रेशियो आदि का अध्ययन आपको करना चाहिए। यह अध्ययन आपके निवेश किए गए पूंजी को सुरक्षित रखने में मदद करता है। इन सभी विषयों का अध्ययन आप अपने एप्लीकेशन पर भी कर सकते हैं। साथ ही वेबसाइट के माध्यम से उस कंपनी का अध्ययन भी किया जा सकता है, जिनके सर आप खरीदने की सोच रहे हैं।
उन शेयर को खरीदने से बचें जो कंपनी फ्रॉड कर चुकी है या दिवालिया हो चुकी है।
जैसे हाल ही में किंगफिशर कंपनी, पंजाब नेशनल बैंक, यस बैंक आदि कंपनियों के शेयर बाजार में गिर गए हैं और निरंतर गिरते जा रहे हैं। ऐसे शेयर को खरीदने से बचना होगा, यह आपको घाटे की ओर ले जा सकते हैं।
3. कही-सुनी बात या टिप्स पर आधारित शेयर खरीदना
अक्सर आपने लोगों को शेयर खरीदने से पहले टिप्स या सुझाव मांगते देखा होगा। शेयर मार्केट में सबसे बड़ी गलती टिप्स को ही मानी जाती है। हर्षद मेहता का केस आप भली-भांति जानते होंगे जिसमें टिप्स के आधार पर करोड़ों लोगों ने अपने पूंजी को गंवा दिया था। टिप्स या कही सुनी बात पर आप ना चले, स्वयं कंपनी का अध्ययन करें, आपका अध्ययन ही आपकी पूंजी को सुरक्षित रखने में मदद करता है।
शेयर मार्केट में माना जाता है सभी के दिमाग का स्वागत है, चाहे वह दिमाग किसी भी स्तर का क्यों ना हो। यहां कोई बात सा या एक्सपर्ट नहीं होता, इसलिए उनके टिप्स या सुझाव मान्य नहीं होते। मान्य होता है तो सिर्फ आप का अध्ययन, आपकी समझ।
टिप्स या कही-सुनी बातों में उलझ कर आप अपने पूंजी को ना लगाएं।
4. अपने पैसे को इन्वेस्ट करने के बजाए विलासिता में लगा देना ( स्टॉक मार्केट की गलतियां )
लोग इन्वेस्टमेंट को नहीं जानते, चक्रवृद्धि ब्याज से बिल्कुल अनभिज्ञ होते हैं। कारण यह है कि आपको विद्यालय के पाठ्यक्रम में यह कभी सिखाया ही नहीं जाता कि आप अपने पैसे को बचाएं और उसे इन्वेस्ट करें। दुनिया के अन्य देशों में ऐसा नहीं है, वहां आरंभिक पाठ्यक्रम से ही विद्यार्थियों को पैसे बचाने और उसे सही जगह लगाने का पाठ पढ़ा दिया जाता है। जिसके कारण वह नौकरी ना होने की स्थिति में भी अपनी जिंदगी को सुचारू रूप से चला लेते हैं।
भारत में देखा गया है, मध्यमवर्गीय लोग अपने पैसों को सदुपयोग नहीं करते। वह एस मौज पार्टी या अनावश्यक उत्पादों को खरीद कर अपने पैसे की बर्बादी कर बैठते हैं। यह बर्बादी आज की नहीं, अपितु भविष्य की होती है।
आज आपके ₹50000 दस साल बाद के लाखों रुपए का अपव्यय होता है।
अगर आप चक्रवृद्धि ब्याज को समझ गए होंगे तो आज के पचास हजार उस चक्रवृद्धि ब्याज की प्रक्रिया में 10 साल बाद लाखों-करोड़ों में हो सकता है। इसलिए आज के युवा पीढ़ी को अपनी पूंजी के उपयोग की जानकारी होनी चाहिए, जिसके माध्यम से वह अपने भविष्य को संवार सकते हैं। मेरा यह मानना कभी नहीं है कि आप पार्टी या एस-मोज ना करें, बल्कि पूंजी को सही उपयोग करते हुए करें।
उसके द्वारा कमाए हुए ब्याज से करें तो आपके लिए बेहतर होगा।
5. ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट मैं भेद ना कर पाना ( स्टॉक मार्केट की गलतियां )
ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट को सामान्य लोग एक ही समझते हैं, जबकि ऐसा नहीं है। ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट में बहुत बड़ा अंतर होता है। ट्रेडिंग वह होता है जिसमें आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं और कुछ समय बाद अपना मुनाफा देख कर बेच देते हैं। जबकि इन्वेस्टमेंट आपके आगामी भविष्य से जुड़ा होता है।
भविष्य में जब आपको आवश्यकता होती है, उन आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए आप पैसों को बाजार से निकालते हैं, तो यह इन्वेस्टमेंट की प्रक्रिया में आती है। यह इन्वेस्टमेंट लंबी अवधि के लिए होता है। जिससे आपकी भविष्य की आवश्यकताओं की पूर्ति हो सके। शेयर मार्केट में गुणात्मक लाभ उन्हीं लोगों को हो पाता है जो अधिक समय , 5, 10, 15, 20 साल या अधिक समय के लिए अपनी पूंजी को लगाते हैं।
इस अवधि में आपको निश्चित रूप से आपके मूलधन से कई 100% अधिक का लाभ प्राप्त होता है।
आप ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट दोनों की बारीकियों को समझते हुए, अपनी आवश्यकता अनुसार अपनी पूंजी का निवेश करें। दोनों में जोखिम है, किंतु जोखिम को बराबर भागों में बांट कर कम किया जा सकता है। आपको सतर्क, सजग और अध्ययन की प्रक्रिया में सदैव जागरूक रहना होगा।
इस जागरूकता से आप अपने पूंजी से आय का स्रोत निर्मित कर सकते हैं।
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निष्कर्ष
शेयर मार्केट या अन्य माध्यम से आप अपनी पूंजी को भविष्य के लिए सुरक्षित रखते हैं, तो आप निश्चित रूप से स्वयं तथा अपने परिवार के लिए जिम्मेदार व्यक्ति हैं। भविष्य विभिन्न प्रकार के उतार-चढ़ाव के पड़ाव से गुजरती है। जिसमें कई बार ऐसी स्थिति अनावश्यक आ खड़ी होती है जब आपके पास आय का स्रोत बंद हो जाता है। आवश्यकता पड़ने पर पैसे की मदद कोई नहीं करता। ऐसी स्थिति में आपकी जमा पूंजी आपका सहारा बन जाती है।
प्रत्येक व्यक्ति को अपने आए से कुछ प्रतिशत की कटौती करते हुए निरंतर सेविंग करना चाहिए। यह सेविंग भविष्य का सहारा बनती है। आशा है उपरोक्त शेयर मार्केट की पांच गलतियों से आप रूबरू हो सके होंगे। यह गलतियां आपको शेयर मार्केट में बचाने तथा जागरुक करने का कार्य करेंगे। संबंधित विषय से प्रश्न पूछने के लिए कमेंट बॉक्स में लिखें हम आपके द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर तत्काल देने का प्रयत्न करेंगे।